ये एक बात समझने में रात हो गई.. पढ़ें तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर


2024/01/07 12:44:16 IST

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    ये एक बात समझने में रात हो गई है, मैं उस से जीत गया हूं कि मात हो गई है

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    मैं अब के साल परिंदों का दिन मनाऊंगा, मिरी क़रीब के जंगल से बात हो गई है

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    बिछड़ के तुझ से न ख़ुश रह सकूंगा सोचा था, तिरी जुदाई ही वज्ह-ए-नशात हो गई है

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    बदन में एक तरफ़ दिन तुलूअ मैं ने किया, बदन के दूसरे हिस्से में रात हो गई है

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    मैं जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हूं छोड़ के घर, ये क्या कि घर की उदासी भी साथ हो गई है

तहज़ीब हाफ़ी के मशहूर शेर

    रहेगा याद मदीने से वापसी का सफ़र, मैं नज़्म लिखने लगा था कि नात हो गई है

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